प्रिंस शर्मा/काजल चौधरी
रुड़की/हिंदुस्तान समाचार।
मानसून सत्र पर राज्यसभा सांसद की पत्रकार वार्ता के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने किया पलटवार,बोले- जिला हरिद्वार मे आपदा के समय घरों मे बैठे थे भाजपा नेता,जनता की समस्याओं से नहीं है कोई सरोकार
आपको बता दे कि कल रविवार को राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी ने एक पत्रकार वार्ता का आयोजन कर मानसून सत्र 2023 पर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनवाई थी और विपक्ष पर निशाना साधा था।
वहीं राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि जिस समय राज्य में आपदा आई हुई थी उस समय आखिर वह कहां थी।उन्होंने कहा कि जब पूरा जिला बाढ़ से पीड़ित था जगह जगह पर जल भरा हुआ था तब कल्पना सैनी और भाजपा के अन्य पदाधिकारी अपने घरों में बैठे थे।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी में उन्हें बुराई प देती है तो लंबे समय तक उनके पिता कांग्रेस पार्टी में क्यों रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश मे बेरोजगारी और महंगाई इतनी बढ़ गयी है कि आम जनता पूरी तरह से त्रस्त है और भाजपा के लोग राजनीति करने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बहुत ही सिद्धांतवादी पार्टी है।
कल्पना सैनी के विपक्षी घमंडिया गठबंधन के बयान पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि घमंडी भाजपा के लोग हो गए हैं और 2024 चुनाव से इतना डर गए है कि देश के जितने भृष्टाचारी लोग थे उन सभी से उन्होंने गठबंधन कर लिया है।
वही दूसरी तरफ कांग्रेस ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशीष सैनी ने कहा कि सांसद बनने के बाद कल्पना सैनी ने स्थानीय रोजगारो के जो मुद्दें है उस विषय पर कभी बात नही करी। ओबीसी में सरकारी नोकरी प्रमोशन का बैकलॉग है वह पैंडिंग पड़ा हुआ है। ओबीसी का आरक्षण समाप्त कर दिया है और भी अन्य जितनी भी समस्यायें है राज्यसभा सांसद ने उन सबको लेकर कोई आवाज नही उठायी है।
उन्होंने निराशा जताते हुए कहा कि मणिपुर में इतना शर्मनाक हादसा हुआ है महिला होने के नाते उन्होंने उस विषय मे एक शब्द तक नही कहा है। जिस तरह से वह पत्रकार वार्ता कर सरकार की उपलब्धियां गिनाने का काम कर रही है इसकी कोई आवश्यकता नहीं थी। इसके बदले उन्हें स्थानीय मुद्दों से लेकर जनता के हितों की बात करनी चाहिए।